Friday, September 9, 2016

गणेश चतुर्थी पर स्वर्णकार समाज को मिला भगवान श्री गणेश का आशीर्वाद

दिनांक 5 सितम्बर, सोमवार को गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर जयपुर नगर निगम द्वारा इस वर्ष जयपुर शहर परकोटे के विभिन्न चौदह गेटों पर विराजे भगवान श्री गणेश जी की पूजा का दायित्व पृथक-पृथक समाजों/संगठनों को दिया गया, जिसके अन्तर्गत सांगानेरी गेट (जौहरी बाजार) स्थित गणेश जी की पूजा-अर्चना का सौभाग्य स्वर्णकार समाज, जयपुर को प्राप्त हुआ।
प्रातः 9.00 बजे आगन्तुकों के लिए बैठक व्यवस्था पूजा स्थल पर की गई एवं भगवान गणेश जी के भजनों की प्रस्तुति प्रारम्भ की गई। प्रातः 11.00 बजे बड़ी संख्या में समाजबंधुओं की उपस्थिति में वरिष्ठ समाजसेवी श्री श्रीबल्लभ मायछ द्वारा पण्डित श्री मुकेश गौड़ के सानिध्य में विधिवत् पूजा कार्य सम्पन्न किया गया। पूजा करने के बाद गणेश जी को मोती का मुकुट तथा चांदी के डंके अर्पित किए गए। तत्पश्चात् उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया।
इस कार्यक्रम में स्वर्णकार समाज के पार्षद (वार्ड नं. 77) श्री विजय कुमार लावट, श्री आनन्द जौहरी, श्री संजय नारनौली, श्रीमती बिन्दिया सोनी, श्री मनोज लाम्बा, श्री हेमन्त बैराडिया, श्री नरेश सेडा, श्री गोविन्द खजवाणिया, श्री घनश्याम देवाल, श्री रतन रूण्डवाल, श्री महेन्द्र सहदेवडा, श्री हीरालाल माणक, श्री वीरेन्द्र सुनालिया, श्री अशोक योगी, श्री हेमराज चौधरी, श्री मनीष मौसूण, श्री उमेश कुमार जवडा तथा अन्य समाजबंधु उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक सम्पन्न करने में नगर निगम जयपुर की सांस्कृतिक समिति की चैयरमेन श्रीमती कुसुम यादव एवं वार्ड नं. 66 के पार्षद श्री विकास कोठारी का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।
स्वर्णकार तीज महोत्सव 

जयपुर, 7 अगस्त। स्वर्णकार समाज उत्थान समिति के महिला प्रकोष्ठ द्वारा रविवार को स्वर्णकार सेवा सदन, नेहरू नगर, पानीपेच, जयपुर के प्रांगण में स्वर्णकार समाज की महिलाओं के साथ तीज महोत्सव का आयोजन हर्षोल्लास के साथ किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मनन चतुर्वेदी-अध्यक्ष राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने अपनी ओजस्वी वाणी में स्वर्णकार समाज की महिलाओं से आह्वान किया कि ऐसे बहुत से बच्चे हैं जिन्हें माता-पिता का स्नेह नहीं मिल सका, जो ममता को तरस रहे हैं, ऐसे बच्चों की सहायता के लिए आगे आएँ। अपने हाथ आगे बढ़ाकर ऐसे मासूम बच्चों को आश्रय मिले और ममता मिल सके, इस हेतु प्रयास करें तो तीज महोत्सव मनाने का उद्देश्य सही मायनों में पूर्ण हो सकेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्ष श्रीमती शकुन्तला सोनी-समाज सेवी ने अपने उद्बोधन मंे कहा कि आज हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ-साथ कंधे-से-कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं, उन्हें सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय भागेदारी देते हुए देखकर बहुत प्रसन्नता हो रही है। यदि महिलाएं समाज से जुड़ेगी तो पूरा परिवार समाज से जुड़ेगा और समाज का विकास हो सकेगा।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता रणुका वर्मा-सेवानिवृत्त प्रधानाचार्या ने अपने वक्तव्य में अनेक मार्मिक पक्ष रखे और बालिकाओं और महिलाओं के साथ हो रहे उत्पीड़न के विषय में चर्चा की। उन्होंने कहा कि आज समय इतना परिवर्तित हो चुका है और हम 21वीं सदी में जी रहे हैं। फिर भी देश में महिला उत्पीड़न की समस्या गंभीर रूप में विद्यमान है। हम सभी को मिलकर इसे दूर करने हेतु प्रयास करने होंगे।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि हेमलता सोनी-ट्रस्टी श्रीमती कमलादेवी मेमोरियल चेरिटेबल ट्रस्ट ने महिलाओं को पारिवारिक कार्यों के साथ व्यावसायिक, सामाजिक एवं राजनैतिक क्षेत्र में भी आगे बढ़कर अपना योगदान देने के लिए पे्ररित किया।
कार्यक्रम का आयोजन दो सत्रों में किया गया। प्रथम सत्र में महिलाओं की विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। सबसे पहले रंगोली प्रतियोगिता में प्रतियोगियों द्वारा अपने कला कौशल का परिचय देते हुए बहुत ही सुन्दर रंगोलियाँ बनाई गईं और निर्णायकों द्वारा अपना निर्णय प्रस्तुत किया गया। इस प्रतियोगिता की प्रभारी प्रकोष्ठ की सचिव कंचन सोनी रहीं। इसके बाद बहनों हेतु मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। बहुत ही सुन्दर मेहंदी बहनों द्वारा बनाई गई। कार्यक्रम को आगे बढाते हुए महिलाओं की सर्वाधिक प्रिय नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन प्रभारी एवं प्रकोष्ठ की अध्यक्ष अनिता सोनी एवं सदस्य शोभा सोनी के निर्देशन में किया। प्रतियोगिता में बहनों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया और बहुत आनन्दमय वातावरण में प्रतियोगिता सम्पन्न हुई।
दोपहर भोजन के पश्चात् पुनः सत्र का आयोजन हुआ, जिसमें बेस्ट ड्रेस-अप प्रतियोगिता में बहनों में खासा उत्साह देखने को मिला। इस प्रतियोगिता की प्रभारी डिम्पी सर्राफ रहीं।
इन विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से बहनों की रुचि, कला एवं उनकी विशेषताएँ सभी के सामने में परिलक्षित हुईं और ये गतिविधियां बहनों के आत्मविश्वास में वृद्धि करने में सहयोगी रहीं। सभी प्रतियोगिताओं हेतु निर्णायकों को आमंत्रित किया गया था। निर्णायकों द्वारा अपने निष्पक्ष निर्णय देते हुए प्रतियोगिताओं के विजेताओं को चिह्नित किया।
इसके पश्चात् द्वितीय सत्र आरम्भ हुआ। इस सत्र में मंचीय कार्यक्रम के अन्तर्गत विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। साथ ही मंचस्थ विदुषियों द्वारा अपने विचार प्रकट किए गए। विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं में रंगोली में नीतू सोनी-प्रथम, सुनीता सोनी-द्वितीय एवं प्रिती सोनी-तृतीय रहीं। इस प्रतियोगिता की निर्णायक-वन्दना सोनी रहीं। मेहंदी प्रतियोगिता में जागृति सोनी-प्रथम, साक्षी सोनी-द्वितीय एवं रेखा धूपड़-तृतीय रहीं। इस प्रतियोगिता की निर्णायक अशोक आर्य एवं संतोष सोनी रहीं। नृत्य प्रतियोगिता में दो वर्गों में बालिका वर्ग में कशिक सोनी-प्रथम, श्रुति सोनी-द्वितीय एवं प्रियंका सोनी-तृतीय रहीं। इसी प्रकार महिला वर्ग में आरती कड़ेल-प्रथम, उर्वशी सोनी-द्वितीय एवं प्रिती सोनी-तृतीय रहीं। इस प्रतियोगिता की निर्णायक प्रिती सोनी रहीं। बेस्ट ड्रेस-अप प्रतियोगिता में उर्वशी सोनी-प्रथम, ममता सोनी-द्वितीय एवं रीना सोनी-तृतीय रहीं। इस प्रतियोगिता की निर्णायक कला सोनी एवं हर्षिता सोनी रहीं।
कार्यक्रम में मंच संचालन इंदूलता सोनी एवं सुरभि सोनी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रकेाष्ठ की संरक्षक रंजना सोनी, परामर्शद् डाॅ. रेखा सोनी, अध्यक्ष अनिता सोनी, सचिव कंचन सोनी, उपाध्यक्ष शालिनी सोनी, कोषाध्यक्ष हेमलता वर्मा एवं अन्य सदस्यों कमलेश वर्मा, गरिमा आर्य, अंजू सोनी, शशि सोनी, राजश्री सोनी, पूजा सोनी, शोभा सोनी आदि का विशेष सहयोग रहा।
कार्यक्रम में लगभग 250 महिलाओं ने सहभागिता दी। उपस्थित बच्चों हेतु पृथक सभागार में गेम्स एवं फिल्म शो का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम को पूर्ण रूप से महिलाओं द्वारा ही संचालित किया गया। स्वर्णकार समाज में महिलाओं हेतु प्रथम बार आयोजित इस प्रकार की गतिविधि की सभी ने मुक्त कण्ठ से प्रशंसा की और इसमें निरन्तरता बनाए रखने की अपेक्षा के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
कार्यक्रम में महिलाओं के साथ उपस्थित बच्चों हेतु पृथक से खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन सभा स्थल पर अन्य सभागार मंे किया गया।