Monday, October 17, 2016

जयपुर में सम्पन्न हुआ महाराजा अजमीढ़ जयन्ती महोत्सव
श्री मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज जयपुर पश्चिम (रजि.), जयपुर द्वारा प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी मैढ़ क्षत्रिय जाति के आदि देव महाराजा अजमीढ़ का जयन्ती महोत्सव दिनांक 15 एवं 16 अक्टूबर को हनुमान वाटिका, कांटा चौराहा, कालवाडा रोड़ झोटवाडा, जयपुर में बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
प्रथम दिवस दिनांक 15 अक्टूबर को सायं संस्था के महिला प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित गरबा महोत्सव का साथ द्वि-दिवसीय महोत्सव का आगाज किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में समाजबंधुओं एवं मातृशक्ति ने सहभागिता दी और माँ भगवती एवं महाराजा अजमीढ़ के समक्ष 108 दीप प्रज्वलित कर गरबा महोत्सव का शुभारम्भ कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती किरण जी बबेरवाल के सानिध्य में किया गया। इसके पश्चात् उपस्थित महिला, पुरुष, बच्चे, बुजुर्ग सभी ने आनन्दमय वातावरण में गरबा खेला। इस अवसर पर श्रेष्ठ प्रस्तुतियों के आधार पर बेस्ट कपल डांसर, बेस्ट ड्रेसअप, बेस्ट सोलो डांसर एवं सांत्वना पुरस्कारों के रूप में कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एवं निर्णायक श्रीमती किरण बबेरवाल द्वारा प्रतिभागियों का चयन किया गया। गरबा कार्यक्रम पूर्ण होने के पश्चात् विजयी प्रतिभागियों के नामों की घोषणा की गई, जिन्हें अगले दिवस मुख्य कार्यक्रम में पुरस्कृत किया गया।
गरबा महोत्सव के पश्चात् जादूगर श्री राजेन्द्र सोनी ने अपने जादुई कारनामों से सभी को आश्चर्यचकित किया। इसके बाद प्रतिवर्ष की भांति चांदी कलश की बोली लगाई गई, जिसमें सर्वाधिक बोली लगाकर श्री संजीव कुमार जी सहदेव एवं परिजन द्वारा कलश प्राप्त करने का सौभाग्य प्राप्त किया गया। महाराजा अजमीढ़ की मंगल आरती के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
इसके बाद पधारे हुए सभी समाजजन द्वारा शरद् पूर्णिमा की शुभ रात्रि में खीर एवं मालपुए के रूप में प्रसादी ग्रहण की गई और इस प्रकार प्रथम दिवस का समापन सफलतापूर्वक किया गया और सभी आगन्तुकों द्वारा कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की गई।
द्वितीय दिवस दिनांक 16 अक्टूबर को मुख्य कार्यक्रम का प्रारम्भ प्रातः 8.30 बजे पंखा स्थित हनुमान मंदिर से बड़ी संख्या में मातृशक्ति द्वारा समवेशभूषा में कलश धारण कर कलश यात्रा एवं महाराजा अजमीढ़ की शोभा यात्रा के रूप में किया गया, जिसमें संस्था पदाधिकारी, माताएं, बहिनें, बच्चे, बुजुर्ग नाचते-गाते कार्यक्रम स्थल हनुमान वाटिका तक पहुँचे। मार्ग में समाजबंधुओं द्वारा शोभा यात्रा के स्वागत एवं जलपान की व्यवस्था की गई।
कार्यक्रम स्थल पर पहुँचने के पश्चात् शोभायात्रा का भावभीना स्वागत कर सभी के द्वारा अन्दर प्रवेश किया गया। परिसर में समाजबंधुओं हेतु नाश्ते एवं जलपान की व्यवस्था की गई थी, जिसे सभी ने सप्रेम ग्रहण किया और प्रातः 11.00 बजे महाराजा अजमीढ़ के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत् शुभारम्भ किया गया। गणेश वन्दना हेतु नृत्य प्रस्तुति कु0 श्रुति सोनी द्वारा दी गई।   
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्रीमान् शिवप्रसाद तोषावड़-प्रदेश अध्यक्ष, राजस्थान मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज; अध्यक्ष श्रीमान् मातादीन कठाथला-महासचिव, सर्राफा ट्रेर्डस कमेटी; मुख्य वक्ता श्रीमान् बृजलाल सोनी ‘मेवाड़’-कार्यकारी अध्यक्ष, अखिल भारतीय मैढ़ क्षत्रिय समाज; श्रीमान् राकेश वर्मा-पूर्व आई.ए.एस. एवं सदस्य सचिव, सेंटर फॉर गुड गवर्नेंस राजस्थान; श्रीमान् बद्रीलाल स्वर्णकार (आई.ए.एस.)-निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, राजस्थान, बीकानेर; श्रीमान् मोहनलाल बामलवा (आर.जे.एस.)-ए.सी.जे.एम.; समाजसेवी डॉ. मेहर सिंह सोनी; श्रीमान् बजरंग लाल झींगा-महामंत्री, राजस्थान मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज; श्रीमान् विक्रम सिंह शेखावत-सदस्य, प्रदेश कांग्रेस कमेटी राजस्थान आदि का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
गणेश वन्दना के पश्चात् मंचस्थ महानुभावों का परिचय मंच संचालक द्वारा कराया गया एवं स्वागत संस्था पदाधिकारियों द्वारा माल्यार्पण, स्मृति चिह्न एवं साफा पहनाकर किया गया। इसके पश्चात् संस्था अध्यक्ष श्रीमान् मोहनलाल सहदेव द्वारा स्वागत भाषण प्रस्तुत किया गया एवं संस्था के कार्यों की संक्षिप्त भूमिका से सभी को अवगत कराया गया।
संस्था के कोषाध्यक्ष डॉ. अमृत कड़ेल द्वारा गत वर्ष 2015-16 के आय-व्यय विवरण को प्रस्तुत किया गया।
मंचस्थ अतिथियों द्वारा महोत्सव की पूर्व संध्या पर आयोजित गरबा कार्यक्रम के विजयी प्रतिभागियों को मोमेन्टो देकर पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से पधारें हुए पदाधिकारियों एवं उत्कृष्ट समाजसेवियों का सम्मान भी किया गया, जिसके अन्तर्गत ज्वैलर्स व्यापार मण्डल शास्त्री नगर के अध्यक्ष श्री ताराचंद सोनी; मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष श्री रमाकान्त जौहरी एवं महामंत्री श्री आनन्द जौहरी; अजमीढ़ सेवा दल के अध्यक्ष श्री मनोज लाम्बा; श्री मैढ़ क्षत्रिय मारवाडी समाज चांदबिहारी नगर के अध्यक्ष श्री रामनिवास सोनी; श्री अजमीढ़ स्वर्णकार सेवासदन ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री श्रीबल्लभ मायछ; स्वर्णकार समाज उत्थान समिति के सचिव श्री संजय नारनौली; अखिल भारतीय स्वर्णकार समाज विकास एवं शोध संस्थान के जयपुर जिलाध्यक्ष श्री बाबूलाल डांवर; सामाजिक अन्वेषण एवं शोध संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महेन्द्र सहदेवडा; कदम्ब कुण्ड एवं तालकटोरा विकास समिति के अध्यक्ष श्री मनीष मौसूण; नारदरपुरा स्वर्णकार समाज के अध्यक्ष श्री प्रहलाद राय सोनी; अलवर स्वर्णकार समाज के संगठन मंत्री श्री मामराज सोनी इत्यादि संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ-साथ व्यक्तिगत श्रेणी में उत्कृष्ट समाजसेवा एवं विशिष्ट उपलब्धियों हेतु श्री चंदाबाबू सोनी (नेत्रदान के क्षेत्र में); श्रीमती अंजू सोनी (शारजहां में आयोजित शिविर में ‘बेस्ट टीचर’ चुने जाने पर); इनके अतिरिक्त श्री ताराचंद सोनी-पूर्व जिला एवं सत्र न्यायाधीश; श्री रामसहाय बबेरवाल-समाजसेवी, श्री विजय कुमार सोनी-पार्षद, श्री प्रहलाद जवड़ा-पत्रकार, श्री राजेश सोनी-सी.ए., श्री रामजीलाल सोनी-पूर्व ज्वाइंट रजिस्ट्रार, सहकारी समिति राजस्थान; श्रीमती राधारानी सोनी-समाजसेवी, श्री रामजीलाल झींगा-प्रधान सम्पादक इन्द्र ज्ञानादेश; श्री राजाबाबू वर्मा-समाजसेवी, श्री दिनेश अमन-पार्षद एवं उपस्थित अन्य गणमान्य समाजबंधुओं का स्वागत एवं अभिनन्दन किया गया।
इसी क्रम में संस्थान द्वारा बाल प्रतिभाओं के अभिनन्दन के अन्तर्गत स्वर्णकार समाज के ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने राज्य अथवा राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न खेल एवं शैक्षिक प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, उन्हें भी मंचस्थ अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। इसके अन्तर्गत शशांक सोनी सुपुत्र श्री संजय नारनौली को स्केटिंग खेल हेतु, उज्ज्वल सोनी सुपुत्र श्री उमेश कुमार सोनी को कराटे एवं ग्रेपलिंग हेतु, कु0 नुपूर सोनी सुपुत्री श्री संजय सोनी को ताइक्वाण्डो हेतु, कु0 पायल सोनी सुपुत्री श्री संजय सोनी को कोर्फ बॉल एवं बास्केटबॉल हेतु तथा कु0 ईशू सोनी सुपुत्री श्री रामशरण झींगा को मार्शल आर्ट खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु पुरस्कृत किया गया।
इसके पश्चात् मंचस्थ महानुभावों ने अपने-अपने उद्बोधन से उपस्थित समाजबंधुओं को लाभान्वित किया। श्रीमान् बृजलाल सोनी ‘मेवाड़’, डॉ. मेहरसिंह सोनी, श्रीमान् बजरंग लाल झींगा, श्रीमान् शिवप्रसाद तोषावड़ द्वारा समाज में व्याप्त कुरीतियों एवं विसंगतियों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए इनके रोकथाम की आवश्यकता के साथ सदैव से उठ रही समाज एकता एवं संगठित समाज की मांग पर जोर देते हुए सामाजिक संस्थाओं एवं समाजबंधुओं से एक सूत्र में बंधने हेतु आह्वान किया।
श्रीमान् राकेश वर्मा-पूर्व आई.ए.एस. द्वारा समाज में बढ़ रही सकारात्मक गतिविधियों पर संतोष व्यक्त करते हुए संगठित प्रयास करने की बात कही। साथ ही समाजबंधुओं को यथासंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
मंचस्थ श्रीमान् बद्रीलाल स्वर्णकार-निदेशक माध्यमिक शिक्षा द्वारा समाज में व्याप्त कुरीतियों एवं किसी भी प्रकार के अभाव से उबरने हेतु प्राथमिक तौर पर बच्चों को उच्च शिक्षा प्रदान कराने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इस क्षेत्र में शीघ्र एवं बड़े स्तर पर प्रयास जरूरी है। शिक्षित व्यक्ति ही समाज को उत्थान की ओर अग्रसर कर सकता है।
इनके अतिरिक्त भी अन्य प्रबुद्वजन द्वारा अपने वक्तव्य प्रस्तुत किए गए।
कु0 श्रुति सोनी एवं कु0 तनुश्री सोनी द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक नृत्य की प्रस्तुति भी दी गई।
इस अवसर पर संस्था द्वारा विगत 9 वर्षों में सम्पादित किए गए कार्यों, संस्था के सदस्यों की  अद्यतन सूची, विभिन्न लेख एवं अन्य सामग्री का संकलन कर एक स्मारिका ‘‘स्वर्णोत्कर्ष’’ का प्रकाशन भी किया गया, जिसका विमेचन सम्पादक मण्डल के सदस्यों एवं संस्था पदाधिकारियों की उपस्थिति में मंचस्थ महानुभावों द्वारा किया गया, जिसकी प्रति उपस्थित समाजबंधुओं द्वारा कार्यक्रम के अन्त में प्राप्त की गई।
कार्यक्रम में उपस्थित मातृशक्ति ने आयोजन के दौरान ही रुपये 2100/- सहयोग राशि एकत्र कर संस्था को गौ-सेवा कार्य के लिए भेंट की, जो कि एक अनुकरणीय उदाहरण है।
जौहरी (कड़ेल) परिवार रामगढ़ शेखवाटी जिला सीकर के श्रीमान् जगदीश प्रसाद जौहरी एवं श्रीमान् रमाकान्त जौहरी द्वारा कार्यक्रम में संस्था के मंच से श्री जयदेवी जमनाधर जौहरी चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से समाज के 8वीं से 12वीं कक्षा तक अध्ययनरत् विद्यार्थियों हेतु पाठ्यपुस्तकों की निःशुल्क उपलब्धता कराने के उद्देश्य से आवश्यकता के आधार पर चार वर्षों तक कुल एक लाख रुपये जो कि प्रतिवर्ष 25 हजार रुपये के रूप में वितरित किए जाएंगे, इस प्रकार राशि आवंटित की जाकर समाज के शैक्षिक विकास हेतु एक श्रेष्ठ पहल की।
कलश यात्रा में सहभागिता देने वाली मातृशक्ति को संस्था की ओर से चांदी की मूर्ति भी उपलब्ध कराई गई।
कार्यक्रम के अन्त में संस्था महामंत्री श्री कैलाशचंद सारडीवाल द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
इसके पश्चात् पधारे हुए सभी अतिथियों एवं समाजबंधुओं ने सप्रेम भोजन प्रसादी ग्रहण की।
कार्यक्रम की सफलता में संस्था के संरक्षक महोदयों, पदाधिकारियों, सदस्यों एवं समाजबंधुओं का सहयोग प्राप्त हुआ।